Saturday 23 May 2020

मधुर आवाज

तुम
जब भी मेरे
सामने आती हो,
कुछ कहने को
तुम्हारे,
पास शब्द ही
नहीं होते,
तुम्हारी
खामोशी, मुझे
बहुत अखरती है
औरत
चिड़िया की तरह चहकती
हुई ही
अच्छी लगती है,
अगर
तुम्हारे पास
कुछ कहने को
शब्द नहीं है,
तो,
मुझसे  कहौ तो
ताकि मैं
तुम्हे ढेर सारे
शब्द
भेज दू
ताकि जब भी
तुम,मेरे
सामने आओ
तुम्हारी
सुरीली,मधुर
आवाज,
मैं
सुन सकू

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